अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: देश में अब पहली बार अगले साल से समुद्कार के ऊपर भी मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी. इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है. देश का ये पहला मेट्रो कॉरिडोर मुंबई के करीब ठाणे में समुद्र के ऊपर तैयार किया जा रहा है. इस मेट्रो के शुरू हो जाने के बाद ठाणे को भिवंडी के लोगों को बहुत सहूलियत होगी. ठाणे को भिवंडी से कनेक्ट करने के लिए कसेली के करीब समुद्र के ऊपर मेट्रो मार्ग बनाने की शुरुआत हो गई है और इसका निर्माण कार्य अगस्त, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा.'
24.9 किलोमीटर लंबा होगा मेट्रो मार्ग
ठाणे-भिवंडी-कल्याण के बीच बन रहे मेट्रो-5 कॉरिडोर के अंतर्गत 24.9 किमी लंबा मेट्रो मार्ग बनाया जा रहा है. इसका पिलर समुद्र की सतह से करीब 34 मीटर नीचे से लगाया जा रहा है. इसके निर्माण कार्य के पहले चरण में पिलर की खुदाई शुरू कर दी गई है.
समुद्र के ऊपर रोमांचक होगा इस मेट्रो का
सफर
ममुद्र के ऊपर बन रहे इस मार्ग पर मेट्रो के डिब्बे पानी की सतह से करीब 13 मीटर की ऊंचाई पर दौड़ेंगे. यह मार्ग 422.3 मीटर लंबा और 10.55 मीटर चौड़ा होगा. यह समुद्र की सतह से जुड़े 9 पिलर पर खड़ा होगा. पिलर के लिए समुद्र में खुदाई से पहले पानी के नीचे सर्वे करके यह जांच की गई कि मेट्रो पिलर के करीब किसी अन्य एजेंसी की कोई पाइपलाइन या अन्य उपकरण तो नहीं लगे हैं.इसके बाद पिलर लगाए जा रहे हैं.
जानिए क्या होगी इस मेट्रो मार्ग की खासियत
समुद्न के ऊपर पानी से 13 मीटर ऊपर से दौडेगी मेट्रो ट्रेन जिसके लिए 24.9 किलोमीटर का लंबा मेट्रो मार्ग तैयार किया जा रहा है. ये मेट्रो मार्ग ठाणे से लेकर भिवंडी और कल्याण के बीच बन रहा है. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 8,416 करोड़ रुपये है और यह प्रॉजेक्ट अगले साल अगस्त तक बनकर तैयार हो जाएगा. पूरे एलिवेटेड कॉरिडोर पर ठाणे से भिवंडी और भिवंडी से कल्याण के बीच15 मेट्रो स्टेशन बनेंगे.
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